Marriage is a critical turning point in one’s life, symbolizing love, partnership, and shared dreams. In any case, not everyone experiences a smooth journey towards this union. For some, the wait can feel endless, with obstacles showing up out of no place, causing dissatisfaction and concern. If your marriage is getting delayed, it might not […]
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भारतीय संस्कृति में नवरात्रि का पर्व बहुत महत्व रखता है, जिसमें मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है इनमें सेएक मां कात्यायनी हैं, जिन्हें विशेष रूप से विवाह संबंधी समस्याओं को हल करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है अगर आपकी जन्मकुंडली में विवाह में देरी की संभावनाएं हैं या आपके विवाह की बात बनते बनते टूट जाती है, तो कात्यायनी माता की पूजा विशेष रूप से लाभकारी हो सकती है। मां कात्यायनी की कथा मां कात्यायनी की कथा महर्षि कात्यायन के साथ जुड़ी हुई है महर्षि कात्यायन ने मां दुर्गा से पुत्री के रूप में जन्म लेने की कामना की थी, जो आगे चलकर श्रीकृष्ण की पत्नी बनीं मां कात्यायनी ने राक्षस महिषासुर का वध करके धर्म और अधर्म की लड़ाई में अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक बनीं। मां कात्यायनी की पूजा का महत्व मां कात्यायनी की पूजा विशेष रूप से विवाह संबंधी समस्याओं को हल करने वाली देवी के रूप में की जाती है।अगर आपकी जन्मकुंडली में विवाह में देरी की संभावनाएं हैं या आपके विवाह की बात बनते बनते टूट जाती है, तो कात्यायनी माता की पूजा विशेष रूप से लाभकारी हो सकती है। मां कात्यायनी की पूजा के लिए विशेष मंत्र “ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरी। नंद गोपसुतं देवि पतिं मे कुरु ते नमः।” इस मंत्र का जाप विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। नवरात्रि के दौरान कात्यायनी माता की आराधना नवरात्रि के दौरान कात्यायनी माता की आराधना का विशेष महत्व होता है इस दौरान मां कात्यायनी की पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। जन्मकुंडली और विवाह में देरी विवाह में देरी का प्रमुख कारण जन्म कुंडली में कुछ दोषों का होना है जन्मकुंडली एक व्यक्ति के जीवन का नक्शा होती है, जिसमें ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव बताया जाता हैअगर किसी की कुंडली में सप्तम भाव कमजोर होता है या उसमें मंगल दोष होता है, तो विवाह में रुकावट आती है। ज्योतिषीय समाधान: विवाह में देरी को दूर करने के उपाय विवाह में आ रही देरी को समाप्त करने के लिए कई ज्योतिषीय उपाय हैं, जिनमें कात्यायनी माता की पूजा के साथ-साथ अन्य विधियाँ शामिल हैं। यहाँ कुछ प्रमुख उपाय प्रस्तुत हैं: मंगलदोष निवारण पूजा: यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो इसे दूर करने के लिए मंगल दोष निवारण पूजा करवाएं। इसके साथ ही, कात्यायनी माता की पूजा करना भी अत्यंत फायदेमंद साबित होता है। रुद्राभिषेक: भगवानशिव की पूजा से विवाह में आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं रुद्राभिषेक विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जिनकी कुंडली में शनि या राहु के कारण देरी हो रही है। नवग्रहशांति पूजा: यदि ग्रहों की स्थिति आपके विवाह में बाधा उत्पन्न कर रही है, तो नवग्रह शांति पूजा कराकर इन ग्रहों को शांत किया जा सकता है। सप्तमभाव को मजबूत करना: सप्तम भाव विवाह का कारक होता है अगर यह कमजोर है, तो इसे मजबूत करने के लिए उचित ज्योतिषीय उपाय अपनाएं। दशहरा और ज्योतिषीय उपाय दशहरा शुभता और सकारात्मकता का प्रतीक है, जो आपके जीवन की नकारात्मकताओं को समाप्त करने का अवसर प्रदान करता है इस दिन मां कात्यायनी की पूजा करें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करें, विशेषकर यदि विवाह में देरी हो रही है। अंत में, यदि आपकी कुंडली में विवाह में देरी का संकेत है, तो मां कात्यायनी की पूजा, कुंडली मिलान, और एक अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेकर आप इस समस्या का समाधान पा सकते हैं मां कात्यायनी की कृपा आपके जीवन में सुखद वैवाहिक जीवन का मार्ग प्रशस्त करेगी। “मां कात्यायनी की कृपा से सभी बाधाएं दूर हों, और शीघ्र ही आपके विवाह का योग बने!” किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @+919999113366 से संपर्क करें भगवान आपको एक खुशहाल वैवाहिक आनंद प्रदान करें। और अधिक जानकारी के लिए अभी डाउनलोड करें विनय बजरंगी कर्मा एस्ट्रो ऐप
Delay in marriage is the result of having certain doshas in the horoscope, such as Mangal dosha, the Saturn dosha and other significant doshas such as Pitra dosha, Kalatra dosha, Mangalya dosha and so on. Mangal dosha causes conflicts, or dissolves the marriage over time. Saturn causes undue delays in marriage. Other doshas have their repercussions […]